शीर्षक: खिलते सपने
शीर्षक: खिलते सपने
INT. स्कूल की कक्षा - दिन का समय
राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में पोस्टरों से सजी कक्षा। आयशा के नेतृत्व में युवा लड़कियों का एक समूह बालिका दिवस से सम्बंधित बातचीत में संलग्न है।
आयशा
(उत्तेजित)
आज राष्ट्रीय बालिका दिवस है! आइए इस दिन को खास बनाएं और लड़कियों को सशक्त बनाने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाएं।
लड़कियां सहमति में सिर हिलाती हैं, उनकी आंखें उत्साह से चमक उठती हैं।
EXT. गाँव का दृश्य - दिन का समय
आयशा और उसके दोस्त पोस्टर और पर्चे लेकर एक गाँव से गुजरते हैं। वे एक पेड़ के नीचे इकट्ठे हुए ग्रामीणों के एक समूह से पास जाते हैं और बालिका दिवस के सन्दर्भ में अपना संदेश उनको बताते हैं।
आयशा
(गंभीरता से)
इस दिन, हम हर लड़की की पावर, फ्लैक्सबिलिटी और कैपेसिटी का जश्न मनाते हैं। आइए हम उनकी शिक्षा, सुरक्षा और समान अवसर KO सुनिश्चित करें।
ग्रामीण ध्यान से सुनते हैं, उनकी जिज्ञासा शांत होती है।
EXT. गाँव का स्कूल - दिन का समय
आयशा और उसकी सहेलियाँ एक गाँव के स्कूल में पहुँचती हैं, जहाँ वे लड़कियों के एक ग्रुप को एक साथ बैठी हुई पाती हैं, जो निराश प्रतीत हो रही हैं।
आयशा अपने चहरे पर मुस्कान लाते हुए उनके पास जाती है।
आयशा
(उत्साह के साथ )
आज का दिन तो सेलिब्रेट करने मनाने का है, आज का दिन आपको याद दिलाने का है कि आप अपने सपनों को हासिल करने में सक्षम हैं। और इसके लिए आपका लड़की होना मायने नहीं रखता।
लड़कियां एक-दूसरे को उत्साह से देखने लग जाती हैं।
INT. गाँव का स्कूल - कक्षा - दिन
लड़कियां कक्षा के अंदर एक घेरे में बैठी हुई हैं। आयशा उनके पास पहुँचती है और बातचीत शुरू करती है और उन्हें अपने सपनों को शेयर करने के लिए कहती है।
लड़की 1
(दृढ़ निश्चय के साथ )
मैं एक डॉक्टर बनना चाहती हूं और अपने गांव में लोगों का इलाज करना चाहती हूं।
लड़की 2
(जुनूनी)
मैं एक शिक्षक बन कर अपने समुदाय के बच्चों को शिक्षित करने का सपना देखता हूं।
लड़की 3
(प्रेरित हो कर )
मैं एक इंजीनियर बनूँगी और गांवों को एक दूसरे के साथ जोड़ने वाले पुलों का निर्माण करुँगी।
आयशा ध्यान से सुनती है, उसका दिल आशा से भर जाता है।
आयशा
(उत्साहजनक)
आपके सपने वैलिड हैं, और आपमें उन्हें हासिल करने की क्षमता है। हम सब मिलकर एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं,जहां हर लड़की का विकास हो।
EXT. गांव - बाद में
आयशा और उसकी सहेलियाँ गाँव के चौक में एक छोटी सभा का आयोजन करती हैं। माता-पिता और ग्राम समुदाय के सभी माननीय सहित ग्रामीण, राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं।
आयशा भीड़ को संबोधित करती है।
आयशा
(प्रभावशालीअंदाज में)
आइए आज हम हर बालिका को समर्थन और सशक्त बनाने का संकल्प लें। साथ मिलकर हम बाधाओं को तोड़ सकते हैं और सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य बना सकते हैं। हम सब को याद रखना चाहिए कि बेटियां आगे बढ़ेंगी तभी समाज आगे बढ़ेगा।
भीड़ तालियां बजाती है, उनके चेहरे नए दृढ़ संकल्प को दर्शाते हैं।
INT. स्कूल कक्षा - दिन
वापस कक्षा में, आइशा और उसके दोस्त दिन की घटनाओं पर विचार करते हैं।
आयशा
(संतुष्ट)
हम युवा हो सकते हैं, लेकिन हमारी आवाज मायने रखती है। आइए हम एक ऐसी दुनिया बनाने की दिशा में काम करना जारी रखें जहां हर लड़की फले-फूले और अपने सपनों को पूरा कर सके।
लड़कियां मुस्कुराती हैं, बेहतर भविष्य के लिए अपने विजन में एकजुट होती हैं।
फेड आउट।
Title: Blossoming Dreams
INT. SCHOOL CLASSROOM - DAY
A classroom decorated with posters celebrating the National Girl Child Day. A group of young girls, led by AISHA, engage in a lively conversation.
AISHA
(excited)
Today is National Girl Child Day! Let's make this day special and spread awareness about the importance of empowering girls.
The girls nod in agreement, their eyes sparkling with enthusiasm.
EXT. VILLAGE - DAY
Aisha and her friends walk through a village, carrying posters and pamphlets. They approach a group of villagers gathered under a tree, eager to share their message.
AISHA
(earnestly)
On this day, we celebrate the strength, resilience, and potential of every girl child. Let us ensure their education, safety, and equal opportunities.
The villagers listen attentively, their curiosity piqued.
EXT. VILLAGE SCHOOL - DAY
Aisha and her friends arrive at a village school, where they find a group of girls sitting together, seemingly disheartened.
Aisha approaches them, offering a warm smile.
AISHA
(encouraging)
Today is a day to celebrate you, to remind you that you are capable of achieving your dreams. Your gender should never hold you back.
The girls look at each other, their spirits uplifted.
INT. VILLAGE SCHOOL - CLASSROOM - DAY
The girls gather inside a classroom, sitting in a circle. Aisha initiates a conversation, encouraging them to share their aspirations.
GIRL 1
(determined)
I want to become a doctor and heal people in my village.
GIRL 2
(passionate)
I dream of becoming a teacher and educating the children of my community.
GIRL 3
(inspired)
I aspire to be an engineer and build bridges connecting different villages.
Aisha listens attentively, her heart filled with hope.
AISHA
(encouraging)
Your dreams are valid, and you have the potential to achieve them. Together, we can create a world where every girl child thrives.
EXT. VILLAGE - LATER
Aisha and her friends organize a small gathering in the village square. The villagers, including parents and community leaders, gather to celebrate the National Girl Child Day.
Aisha steps forward, addressing the crowd.
AISHA
(impactful)
Today, let us pledge to support and empower every girl child. Together, we can break down barriers and create a brighter future for all.
The crowd applauds, their faces reflecting newfound determination.
INT. SCHOOL CLASSROOM - DAY
Back in the classroom, Aisha and her friends reflect on the day's events.
AISHA
(content)
We may be young, but our voices matter. Let us continue to work towards creating a world where every girl child can flourish and fulfill her dreams.
The girls smile, united in their vision for a better future.
FADE OUT.
Script Title: National Girl Child day of India i.e. 24th January: A Short film story